What is State in hindi, राज्य क्या है, भारत में कुल कितने राज्य हैं

What is State in hindi, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain: राज्य क्या है, भारत में कुल कितने राज्य हैंराज्य (State) एक ऐसी व्यवस्था है जो किसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षा और सुविधाएँ देती है। इसमें चार मुख्य चीजें होती हैं—जनसंख्या (लोग), भू-भाग (जिस जगह पर राज्य बना है), सरकार (जो राज्य को चलाती है) और संप्रभुता (राज्य की आज़ादी और खुद फैसले लेने की ताकत)। राज्य का मुख्य काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना, लोगों को सुरक्षा देना, प्रशासन करना और नागरिकों की भलाई के लिए काम करना है, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

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राज्य के काम समय के साथ बढ़ते गए। पहले इसका मुख्य काम सिर्फ सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखना था, लेकिन अब यह शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और सामाजिक सेवाओं तक फैल गया है। आज के समय में state का काम है—नागरिकों की सुरक्षा करना, कानून बनाना और लागू करना, लोगों को रोजगार और सुविधाएँ देना, और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना। शासन प्रणाली के आधार पर state को चार मुख्य प्रकारों में बाँटा जाता है—सर्वसत्तावादी राज्य (जहाँ सरकार का पूरा नियंत्रण होता है, जैसे उत्तर कोरिया), लोकतांत्रिक राज्य (जहाँ जनता अपने नेता चुनती है, जैसे भारत और अमेरिका), State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

राज्य का इतिहास क्या है

भारत में राज्यों का स्वरूप समय के साथ बदला है। ब्रिटिश शासन के दौरान भारत छोटे-छोटे राज्यों और प्रांतों में बँटा था, लेकिन आज यह 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित है। यह बदलाव धीरे-धीरे हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं।

1757 में प्लासी का युद्ध हुआ, जो भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत का बड़ा कारण बना। इस युद्ध में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना आमने-सामने थी। ब्रिटिश सेना का नेतृत्व रॉबर्ट क्लाइव कर रहा था। इस युद्ध में नवाब के सेनापति मीर जाफर ने गद्दारी कर दी, जिससे ब्रिटिश सेना की जीत हुई। इस जीत ने अंग्रेजों को भारत में अपने पैर जमाने का मौका दिया। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे पूरे भारत में अपना प्रभाव बढ़ाया और कई भारतीय राज्यों को अपने नियंत्रण में लिया, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

1857 में भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ। इसे अंग्रेजों ने “सिपाही विद्रोह” कहा, लेकिन यह भारतीयों के लिए आजादी की पहली लड़ाई थी। यह विद्रोह मेरठ, कानपुर, झाँसी, दिल्ली और अवध समेत कई हिस्सों में फैला। हालांकि, अंग्रेजों ने इसे बहुत सख्ती से दबा दिया और भारतीय सेनानायकों को पराजित किया।

इसके बाद, 1858 में ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त कर दिया और भारत को सीधे ब्रिटिश सम्राट के अधीन कर दिया। अब भारत को एक वायसराय के माध्यम से चलाया जाने लगा। इस समय भारत को दो हिस्सों में बाँटा गया –

  1. ब्रिटिश भारत, जो सीधे अंग्रेजों के नियंत्रण में था।
  2. देशी रियासतें, जो भारतीय राजाओं के अधीन थीं, लेकिन उन्हें अंग्रेजों के आदेश मानने पड़ते थे।

15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली, लेकिन देश के सामने एक बड़ी समस्या यह थी कि इसमें 565 देशी रियासतें थीं। इनमें से कुछ रियासतों को भारत में शामिल करने में परेशानी हो रही थी। इस समस्या को हल करने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल और उनके सहयोगी वी.पी. मेनन ने कड़ी मेहनत की, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

अधिकतर रियासतें भारत में शामिल हो गईं, लेकिन हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर के शासकों ने विलय करने से इनकार कर दिया।

  • हैदराबाद को 1948 में ऑपरेशन पोलो के जरिए भारतीय सेना ने अपने कब्जे में लिया।
  • जूनागढ़ में जनमत संग्रह कराया गया, जिसमें जनता ने भारत में शामिल होने का फैसला किया।
  • कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने पाकिस्तान के हमले के बाद भारत में विलय का निर्णय लिया।

इस तरह, आजादी के तुरंत बाद भारत को एकजुट करने का काम हुआ।

26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ और देश एक गणराज्य बन गया। उस समय भारत में 27 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश थे। लेकिन यह व्यवस्था ज्यादा समय तक नहीं चली क्योंकि कई राज्यों में भाषा के आधार पर नए राज्यों की माँग उठने लगी।

1956 में भारत सरकार ने राज्य पुनर्गठन आयोग (States Reorganization Commission – SRC) बनाया। इस आयोग ने सुझाव दिया कि राज्यों को भाषा के आधार पर पुनर्गठित किया जाए। इसके बाद 1956 का राज्य पुनर्गठन अधिनियम लागू किया गया, जिससे भारत में नए राज्यों का निर्माण हुआ। अब भारत को 14 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में बाँटा गया। पुराने प्रांतों और देशी रियासतों को पूरी तरह खत्म कर दिया गया और राज्यों की एक नई व्यवस्था बनाई गई, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

1950 के दशक में मुंबई राज्य (Bombay State) में मराठी और गुजराती भाषी लोग रहते थे। लेकिन दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ने लगा और संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन शुरू हुआ। इसके बाद, 1 मई 1960 को मुंबई state को विभाजित कर दो नए राज्य – महाराष्ट्र और गुजरात बनाए गए। पंजाब में हिंदी और पंजाबी भाषी लोग रहते थे, जिससे प्रशासन में कठिनाई हो रही थी। इसलिए, 1966 में पंजाब को तीन हिस्सों में बाँटा गया

  1. हरियाणा (हिंदी भाषी इलाका)
  2. पंजाब (पंजाबी भाषी इलाका)
  3. हिमाचल प्रदेश (पहाड़ी इलाका)

शुरू में हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश था, लेकिन बाद में इसे पूर्ण राज्य बना दिया गया।

हिमाचल प्रदेश, जो पहले केंद्र शासित प्रदेश था, 25 जनवरी 1971 को भारत का 18वाँ राज्य बना। यह पहला ऐसा राज्य था जिसे आजादी के बाद पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। गोवा को 1961 में पुर्तगाल से आजाद कराया गया था, लेकिन यह एक केंद्र शासित प्रदेश बना रहा। 30 मई 1987 को इसे भारत के 25वें राज्य के रूप में पूर्ण state का दर्जा दिया गया

1990 के दशक में छोटे राज्यों की माँग बढ़ी। इसके बाद 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़, 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड और 15 नवंबर 2000 को झारखंड बनाए गए। ये state क्रमशः मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से अलग किए गए थे। तेलुगु भाषी लोग लंबे समय से आंध्र प्रदेश से अलग राज्य की माँग कर रहे थे। इस कारण 2 जून 2014 को तेलंगाना का गठन हुआ। अब तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दो अलग-अलग state बन गए, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

आज भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। 2019 में जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया, जिससे राज्यों की संख्या 28 हो गई। कुछ इलाकों में बुंदेलखंड, गोरखालैंड, विदर्भ, पूर्वांचल जैसे नए राज्यों की माँग उठ रही है। यदि जरूरत महसूस हुई, तो केंद्र सरकार भविष्य में नए राज्यों का निर्माण कर सकती है।

राज्य कैसे बनते हैं

राज्य का निर्माण एक लंबी और जटिल प्रक्रिया होती है, जो समय के साथ विकसित होती है। राज्य वह राजनीतिक व्यवस्था होती है, जिसमें एक निश्चित भूभाग, स्थायी जनसंख्या, सरकार और स्वतंत्रता (संप्रभुता) होती है। राज्य बनने के कई कारण होते हैं, जिनमें प्राकृतिक विकास, युद्धों के जरिए विजय, आपसी समझौते, राष्ट्रवाद, आर्थिक स्थितियां और राजनीतिक संघर्ष शामिल हैं।

प्राकृतिक विकास के अनुसार, state धीरे-धीरे समाज के विकास के साथ बना। शुरुआत में लोग छोटे-छोटे परिवारों में रहते थे, फिर कई परिवार मिलकर कबीले बने और फिर जनजातियां बनीं। जब लोगों की संख्या बढ़ी और समाज अधिक जटिल हुआ, तो संगठित शासन की जरूरत पड़ी, जिससे राज्य अस्तित्व में आया। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे बिना किसी योजना के स्वाभाविक रूप से हुई।

कुछ राज्यों का निर्माण युद्ध और बल प्रयोग से हुआ। इतिहास में कई ताकतवर राजाओं और सेनाओं ने कमजोर समुदायों पर कब्जा कर अपने साम्राज्य बनाए। जैसे रोमन साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य और मुगल साम्राज्य युद्धों से बने। इसी तरह, औपनिवेशिक काल में यूरोपीय देशों ने एशिया और अफ्रीका के कई हिस्सों पर कब्जा कर अपने राज्य स्थापित किए, Rajya kaise bante hain।

कुछ राज्यों का निर्माण जनता के आपसी समझौते से हुआ। इस सिद्धांत के अनुसार, लोगों ने अपनी सुरक्षा और बेहतर शासन के लिए एक सरकार को मान्यता दी। राजनीतिक विचारक थॉमस हॉब्स, जॉन लॉक और रूसो ने कहा कि लोग अपनी इच्छा से सरकार बनाते हैं ताकि समाज में शांति और व्यवस्था बनी रहे। आज के लोकतांत्रिक देशों की सरकारें इसी सिद्धांत पर आधारित हैं, जहां लोग अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं।

इतिहास और संस्कृति भी राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। कई देश भाषा, धर्म, परंपराओं और साझा इतिहास के आधार पर बने हैं। उदाहरण के लिए, इटली और जर्मनी का एकीकरण 19वीं सदी में राष्ट्रवाद की भावना से हुआ। भारत और पाकिस्तान का विभाजन भी सांस्कृतिक और धार्मिक कारणों से हुआ। इसी तरह, 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद कई नए देश बने, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

राज्य बनने में आर्थिक और राजनीतिक कारण भी शामिल होते हैं। जब कोई क्षेत्र आर्थिक रूप से मजबूत होता है, तो वहां के लोग स्वतंत्र होने की मांग करते हैं। राजनीतिक आंदोलनों और क्रांतियों के कारण भी कई नए देश बने, जैसे अमेरिका (1776) और भारत (1947)।

राज्य की सीमाएं और इसकी संरचना समय के साथ बदलती रहती है। हाल ही में, 2011 में दक्षिण सूडान नाम का नया देश बना, जो यह दिखाता है कि राज्य निर्माण की प्रक्रिया अब भी जारी है। कुल मिलाकर, राज्य प्राकृतिक विकास, युद्ध, आपसी समझौते, इतिहास, अर्थव्यवस्था और राजनीतिक संघर्षों से बनते हैं। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जो सभ्यता के विकास के साथ बदलती रहती है।

किसी राज्य के 20 मुख्य कौन कौन से विभाग होते हैं

भारत के किसी भी राज्य सरकार में विभिन्न प्रकार के विभाग होते हैं, जो प्रशासन और जनकल्याण से संबंधित विभिन्न कार्यों का संचालन करते हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister’s Office – CMO)

मुख्यमंत्री कार्यालय राज्य सरकार का सबसे बड़ा प्रशासनिक केंद्र होता है। यह राज्य में सभी योजनाओं और नीतियों की निगरानी करता है। मुख्यमंत्री और उनके सलाहकार इस कार्यालय से राज्य के विकास, सुरक्षा और प्रशासन से जुड़े फैसले लेते हैं। यह विभाग सभी सरकारी विभागों के कामकाज का समन्वय करता है और जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देता है।

गृह विभाग (Home Department)

गृह विभाग राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का काम करता है। यह पुलिस प्रशासन, जेल प्रबंधन, फायर ब्रिगेड और नागरिक सुरक्षा से जुड़े मामलों की देखरेख करता है। इसके अलावा, आतंकवाद, साइबर अपराध और अन्य गंभीर अपराधों को रोकने और नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भी इस विभाग की होती है, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

वित्त विभाग (Finance Department)

यह विभाग राज्य सरकार के बजट, कर (टैक्स), और आर्थिक मामलों को नियंत्रित करता है। सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों के लिए फंड (धन) का आवंटन भी यही करता है। यह विभाग यह सुनिश्चित करता है कि state की आय और खर्च का संतुलन बना रहे।

शिक्षा विभाग (Education Department)

शिक्षा विभाग state में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की देखरेख करता है। यह सरकारी स्कूलों और शिक्षकों की भर्ती से जुड़े फैसले लेता है। यह विभाग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) और शिक्षा सुधार से जुड़ी योजनाएँ भी लागू करता है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (Health & Family Welfare Department)

यह विभाग सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और टीकाकरण कार्यक्रमों की देखरेख करता है। इसमें गरीबों के लिए मुफ्त इलाज, मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाएँ, और दवा आपूर्ति की व्यवस्था शामिल होती है, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (Agriculture & Farmers Welfare Department)

यह विभाग किसानों के लिए योजनाएँ बनाता है, जैसे कि उन्नत बीज, खाद, सिंचाई सुविधा और फसल बीमा। यह जैविक खेती और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा देता है ताकि किसानों की आय बढ़ सके।

ग्रामीण विकास विभाग (Rural Development Department)

यह विभाग गाँवों के विकास के लिए सड़क, पानी, रोजगार और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराता है। यह मनरेगा (MGNREGA) जैसी योजनाओं के जरिए गाँवों में रोजगार के अवसर भी बढ़ाता है।

शहरी विकास विभाग (Urban Development Department)

यह विभाग शहरों में सफाई, जल आपूर्ति, सड़क निर्माण, ट्रैफिक प्रबंधन और अन्य बुनियादी सुविधाओं की देखरेख करता है। यह स्मार्ट सिटी और नगर पालिकाओं से जुड़ी योजनाएँ भी लागू करता है।

उद्योग एवं वाणिज्य विभाग (Industry & Commerce Department)

यह विभाग राज्य में नए उद्योग लगाने, व्यापार को बढ़ावा देने और छोटे-मोटे कारोबारियों की सहायता करने का काम करता है। यह नए स्टार्टअप्स और निवेश को आकर्षित करने के लिए भी नीतियाँ बनाता है।

सार्वजनिक निर्माण विभाग (Public Works Department – PWD)

यह विभाग सड़कों, पुलों और सरकारी इमारतों के निर्माण और रखरखाव का काम करता है। यह विभाग राज्य में सड़क और परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करता है।

परिवहन विभाग (Transport Department)

परिवहन विभाग बस, ट्रेनों और सार्वजनिक यातायात को नियंत्रित करता है। यह ड्राइविंग लाइसेंस जारी करता है, वाहनों का पंजीकरण करता है और यातायात नियमों को लागू करता है।

ऊर्जा विभाग (Energy Department)

यह विभाग बिजली उत्पादन, वितरण और बिजली आपूर्ति से जुड़े कार्यों को देखता है। यह सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों को भी बढ़ावा देता है।

जल संसाधन विभाग (Water Resources Department)

यह विभाग नदियों, तालाबों, जलाशयों और सिंचाई परियोजनाओं को नियंत्रित करता है। यह पानी की बचत और भूजल स्तर को बनाए रखने के लिए भी काम करता है, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue & Land Reforms Department)

यह विभाग भूमि रिकॉर्ड को अपडेट करता है, संपत्ति पंजीकरण करता है और सरकारी राजस्व एकत्र करता है। यह बाढ़, सूखा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत कार्य भी करता है।

समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department)

यह विभाग गरीबों, बुजुर्गों, दिव्यांगों और पिछड़े वर्गों के लिए सामाजिक योजनाएँ लागू करता है। यह महिला एवं बाल विकास योजनाएँ भी संचालित करता है।

श्रम एवं रोजगार विभाग (Labour & Employment Department)

यह विभाग मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करता है, न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करता है और बेरोजगारों के लिए नौकरी के अवसर उपलब्ध कराता है।

वन एवं पर्यावरण विभाग (Forest & Environment Department)

यह विभाग जंगलों की सुरक्षा, वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का कार्य करता है। यह प्रदूषण नियंत्रण और हरित परियोजनाओं को बढ़ावा देता है।

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग (Tourism & Culture Department)

यह विभाग राज्य के पर्यटन स्थलों को विकसित करता है और ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करता है। यह सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक कलाओं को भी प्रोत्साहित करता है।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (Information & Public Relations Department)

यह विभाग सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का प्रचार करता है। यह मीडिया और जनता के बीच समन्वय स्थापित करता है और सरकारी विज्ञापन जारी करता है।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग (Food & Civil Supplies Department)

यह विभाग राशन कार्ड, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) और अनाज वितरण की देखरेख करता है। यह सुनिश्चित करता है कि गरीबों को उचित दाम पर अनाज और अन्य जरूरी चीजें मिल सकें।

राज्य सरकार के ये सभी विभाग मिलकर जनता की सेवा और राज्य के विकास के लिए काम करते हैं। हर विभाग की अपनी एक अलग जिम्मेदारी होती है, जिससे सरकार सुचारू रूप से कार्य कर सके और आम लोगों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें।

राज्य कितने प्रकार के हैं, How many typs of states are there

भारत में प्रशासन को दो भागों में बांटा गया है – पूर्ण राज्य (States) और केंद्र शासित प्रदेश (Union Territories)। पूर्ण राज्यों की अपनी सरकार होती है, जबकि केंद्र शासित प्रदेशों का नियंत्रण केंद्र सरकार के पास होता है।

पूर्ण राज्य (States) और उनका प्रशासन

भारत में 28 पूर्ण राज्य हैं। इन राज्यों का प्रशासन राज्य सरकार के हाथ में होता है, जिसमें एक मुख्यमंत्री (CM) होता है, जो सरकार का प्रमुख होता है, और एक राज्यपाल (Governor) होता है, जिसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद काम करती है, जो प्रशासनिक फैसले लेती है।

हर राज्य में विधानमंडल (Legislature) होता है, जहां कानून बनाए जाते हैं। कुछ राज्यों में एक ही सदन (विधानसभा) होता है, जबकि कुछ राज्यों में दो सदन (विधानसभा और विधान परिषद) होते हैं। राज्य सरकारें अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले विषयों पर कानून बना सकती हैं, जैसे – स्वास्थ्य, कृषि, पुलिस व्यवस्था, परिवहन आदि। इसके अलावा, कुछ विषयों पर राज्य और केंद्र सरकार दोनों कानून बना सकते हैं, जिन्हें समवर्ती सूची (Concurrent List) कहा जाता है, Rajya kitne prakar ke hote hain।

केंद्र शासित प्रदेश (Union Territories) और उनका प्रशासन

भारत में 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनका प्रशासन सीधे केंद्र सरकार के अधीन होता है। इनमें से कुछ प्रदेशों में अपनी चुनी हुई सरकार होती है, जैसे दिल्ली, पुडुचेरी और जम्मू-कश्मीर, जबकि बाकी प्रदेशों को केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) या प्रशासक (Administrator) द्वारा चलाया जाता है।

जिन केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी सरकार होती है, वहां मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद भी होती है, लेकिन उनकी शक्तियां राज्यों की तुलना में सीमित होती हैं। बाकी केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशासन पूरी तरह से केंद्र सरकार के हाथ में होता है। केंद्र शासित प्रदेशों में कई महत्वपूर्ण फैसले सीधे राष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए जाते हैं।

भारत में कुल कितने राज्य हैं, How many states are there in india

भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। नीचे दी गई तालिका में प्रत्येक राज्य के गठन की तिथि दी गई है:

राज्य का नामगठन की तिथिगठन का तरीका
आंध्र प्रदेश1 अक्टूबर 1953मद्रास राज्य से अलग होकर बना
अरुणाचल प्रदेश20 फरवरी 1987केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
असम26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य
बिहार26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य
छत्तीसगढ़1 नवंबर 2000मध्य प्रदेश से अलग होकर बना
गोवा30 मई 1987केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
गुजरात1 मई 1960बंबई राज्य से अलग होकर बना
हरियाणा1 नवंबर 1966पंजाब से अलग होकर बना
हिमाचल प्रदेश25 जनवरी 1971केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
झारखंड15 नवंबर 2000बिहार से अलग होकर बना
कर्नाटक1 नवंबर 1956राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम के तहत बना
केरल1 नवंबर 1956राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम के तहत बना
मध्य प्रदेश1 नवंबर 1956राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम के तहत बना
महाराष्ट्र1 मई 1960बंबई राज्य से अलग होकर बना
मणिपुर21 जनवरी 1972केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
मेघालय21 जनवरी 1972असम से अलग होकर बना
मिजोरम20 फरवरी 1987केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
नागालैंड1 दिसंबर 1963असम से अलग होकर बना
ओडिशा26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य
पंजाब1 नवंबर 1956राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम के तहत बना
राजस्थान26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य
सिक्किम16 मई 1975भारत में विलय के बाद राज्य बना
तमिलनाडु26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य (पूर्व में मद्रास)
तेलंगाना2 जून 2014आंध्र प्रदेश से अलग होकर बना
त्रिपुरा21 जनवरी 1972केंद्र शासित प्रदेश से राज्य बना
उत्तर प्रदेश26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य
उत्तराखंड9 नवंबर 2000उत्तर प्रदेश से अलग होकर बना
पश्चिम बंगाल26 जनवरी 1950भारत का मूल राज्य

केंद्र शाषित राज्य कौन कौन से हैं, union territories of india in hindi

केंद्र शासित प्रदेशगठन की तिथि
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह1 नवंबर 1956
चंडीगढ़1 नवंबर 1966
दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव26 जनवरी 2020 (दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव का विलय)
लक्षद्वीप1 नवंबर 1956
दिल्ली1 नवंबर 1956 (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र – 1991)
पुडुचेरी1 नवंबर 1954 (औपचारिक रूप से 1962 में भारत में विलय)
जम्मू और कश्मीर31 अक्टूबर 2019
लद्दाख31 अक्टूबर 2019

भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है

भारत का सबसे बड़ा राज्य दो तरह से देखा जाता है – जनसंख्या के आधार पर और क्षेत्रफल के आधार पर। अगर जनसंख्या की बात करें, तो उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है। 2021 के अनुमान के अनुसार, यहां लगभग 23 करोड़ लोग रहते हैं। यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, जिसका क्षेत्रफल 2,43,286 वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी लखनऊ है और यहां की मुख्य भाषा हिंदी है। उत्तर प्रदेश भारत की राजनीति में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा लोकसभा (80) और विधानसभा (403) सीटें हैं। यह धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी खास है, क्योंकि यहां अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं। यहां ताजमहल, काशी विश्वनाथ मंदिर और संगम जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल भी हैं। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से खेती, उद्योग और पर्यटन पर आधारित है। यह देश का सबसे बड़ा गन्ना और गेहूं उत्पादक राज्य है, Bharat ka sabse bada rajya kaun sa hai।

अगर क्षेत्रफल के आधार पर देखें, तो राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जिसका कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर है। हालांकि, जनसंख्या के मामले में यह सातवें स्थान पर आता है और यहां 2021 के अनुमान के अनुसार लगभग 8 करोड़ लोग रहते हैं। इसकी राजधानी जयपुर है और मुख्य भाषा हिंदी और राजस्थानी है। राजस्थान अपनी ऐतिहासिक विरासत, किलों और महलों के लिए प्रसिद्ध है। जयपुर का आमेर किला, जोधपुर का मेहरानगढ़ किला, उदयपुर का सिटी पैलेस और जैसलमेर का सोनार किला इसकी पहचान हैं। राज्य का बड़ा हिस्सा थार रेगिस्तान में आता है, इसलिए इसे “रेगिस्तान का राज्य” भी कहा जाता है। यहां हर साल पुष्कर मेला, ऊंट उत्सव और मरु महोत्सव जैसे रंगारंग कार्यक्रम होते हैं, जो इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाते हैं। राजस्थान की अर्थव्यवस्था कृषि, खनन और पर्यटन पर आधारित है। यह संगमरमर, चूना पत्थर और कई अन्य खनिजों का बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा, यहां रणथंभौर और सरिस्का जैसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य भी हैं, जहां बाघ और अन्य जंगली जानवर पाए जाते हैं।

भारत का सबसे छोटा राज्य कौन सा है

भारत का सबसे छोटा राज्य दो तरीकों से देखा जा सकता है—क्षेत्रफल के आधार पर गोवा और जनसंख्या के आधार पर सिक्किम। गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य है, जिसका क्षेत्रफल 3,702 वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी पणजी और सबसे बड़ा शहर वास्को-दा-गामा है। यहाँ की मुख्य भाषा कोंकणी है। गोवा को 30 मई 1987 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। 2011 की जनगणना के अनुसार, गोवा की कुल जनसंख्या 14.58 लाख है। यह राज्य अपनी सुंदर समुद्री तटों, पर्यटन और पुर्तगाली संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के मुख्य समुद्र तट बागा बीच, अंजुना बीच और कैलंगुट बीच हैं, जो दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। गोवा में दो जिले हैं—उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा। इसकी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, मछली पालन और खनन पर आधारित है। यहाँ कई ऐतिहासिक चर्च हैं, जिनमें बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस बहुत प्रसिद्ध है, Bhara ka sabse chhota rajya kaun sa hai।

दूसरी ओर, सिक्किम भारत का सबसे छोटा राज्य है जनसंख्या के हिसाब से, जिसकी कुल जनसंख्या 6,10,577 (2011 जनगणना) है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक है, और इसका क्षेत्रफल 7,096 वर्ग किलोमीटर है। यह राज्य 16 मई 1975 को भारत का हिस्सा बना। सिक्किम की मुख्य भाषाएँ नेपाली, लेप्चा, भूटिया, लिम्बू और अंग्रेज़ी हैं। यह राज्य बर्फीली पहाड़ियों, खूबसूरत झीलों और बौद्ध मठों के लिए जाना जाता है। यहाँ की सबसे ऊँची चोटी कंचनजंगा (8,586 मीटर) है, जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी भी है। सिक्किम को भारत का पहला पूर्ण जैविक राज्य (Organic State) घोषित किया गया है, जिसका मतलब है कि यहाँ सिर्फ जैविक खेती की जाती है और कोई रासायनिक खाद या कीटनाशक इस्तेमाल नहीं किए जाते। यहाँ के मुख्य पर्यटन स्थल नाथूला दर्रा, त्सोमगो झील और युकसोम हैं। सिक्किम भारत का सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य भी है, State kya hai, Bharat me kul kitne state hain।